Thursday, February 12, 2009

छोटी सी ख्वाहिश.....

मेरे दिल के किसी कोने में, एक मासूम बच्चा ,
बड़ों की दुनिया देखकर बड़ा होने से डरता है.!!!!


छत लिखते है दर- दरवाजे लिखते है,
हम भी किस्से कैसे कैसे लिखते है.
चोटी सी खवाहिश है कब पुरी होगी.
वैसा लिखे जसे बच्चे लिखते है.

No comments: